कृषि कानूनों का विरोध : बैरिकेड के रूप में रखे गए ट्रक को किसानों ने ट्रैक्टर से हटाया, VIDEO
By: Pinki Fri, 27 Nov 2020 2:00:18
खेती के नए कानूनों का विरोध कर रहे पंजाब-हरियाणा के हजारों किसान दिल्ली आने पर अड़ गए हैं। पंजाब-हरियाणा और हरियाणा-दिल्ली की सीमाओं पर इन किसानों का पुलिस से सामना हो रहा है। पंजाब से चल रहा किसानों का जत्था अब दिल्ली के नजदीक बहादुरगढ़ में दाखिल हो चुका है। सुबह 7:00 बजे किसानों ने सांपला और बहादुरगढ़ के बीच स्थित नेशनल हाईवे के रोहद टोल को पार कर लिया। अब दिल्ली (Delhi) की सीमाओं के चारों तरफ तगड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि किसान दिल्ली में न घुस पाए। पुलिस के अनुमान के अनुसार, दोनों राज्यों के लगभग 3,00,000 किसान दिल्ली पहुंचने के लिए तैयार हैं। ये किसान 33 संगठनों से जुड़े हैं और संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा हैं, जो 470 से अधिक किसान यूनियनों का अखिल भारतीय निकाय है। यह सभी राष्ट्रीय राजधानी में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
दिल्ली-बहादुरगढ़ हाईवे के पास टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेड के रूप में रखे गए ट्रक को किसानों ने ट्रैक्टर से खींच कर हटा दिया।
#WATCH Farmers use a tractor to remove a truck placed as a barricade to stop them from entering Delhi, at Tikri border near Delhi-Bahadurgarh highway pic.twitter.com/L65YLRlkBo
— ANI (@ANI) November 27, 2020
बहादुरगढ़ में कई सीमाओं पर पुलिस की ओर से पत्थरों और वाहनों की दीवार बना दी गई है ताकि किसान अपने वाहन लेकर दिल्ली में न घुस पाए। बहादुरगढ़ के नेशनल हाईवे पर टिकरी बॉर्डर के पास भारी पुलिस अमला तैनात हैं। यहां पर कई मीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लगाई गई है।
बड़े-बड़े ट्रक ट्राले खड़े किए गए हैं बीच-बीच में पत्थरों रास्ता रोका गया। मगर कुछ काम नहीं आया। किसानों ने हर नाके को ध्वस्त कर दिया। अभी किसान दिल्ली के चारों तरफ घूम कर यह देख रहे हैं कि दिल्ली में घुसने के लिए कौन सा रास्ता आसान होगा।
हो सकती है झड़प
करीब नौ बजे किसानों ने ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर भारी पत्थरों को हटा दिया और वे दिल्ली की ओर बढ़ गए हैं। दिल्ली में किसान जंतर मंतर पर न पहुंच सके इसके लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। किसानों और प्रशासन के बीच बड़ी झड़प हो सकती है।
किसानों के आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली सरकार से 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल बनाने की इजाजत मांगी, लेकिन दिल्ली सरकार ने किसानों का समर्थन करते हुए पुलिस की मांग खारिज कर दी।
उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से अपील की है कि किसान संगठनों से तुरंत बातचीत करें ताकि, दिल्ली की सीमाओं पर तनाव खत्म हो सके।